रतलाम को पामणों, राजस्थान में जीतिग्यो
>>ताराचंद आकोदिया, टोंक (राजस्थान)
रतलाम ऐतिहासिक नगर है, जिसमें कई महान विभूतियों ने जन्म लेकर रतलाम का नाम रोशन किया है। महात्मा गांधी ने रतलाम को सर्वाधिक शांति-प्रिय नगर कहा था।
रतलाम के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. (स्व.) राव देश के प्रथम राष्टï्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की चिकित्सा हेतु बुलाए जाते थे और डॉ. निशिकीकांत शर्मा अपनी उदार तथा समर्पित सेवा भावना हेतु प्रसिद्घ रहे।
रतलाम की चार चीजें देश-विदेश में प्रसिद्घ हैं। वो हैं, रतलामी नमकीन सेव, तराजू, लच्छा और बालम ककड़ी।
रतलाम सज्जन मिल्स स्कूल के शिक्षक कृष्णराव टाटके की अनुशासनप्रियता का डंका पूरे जिले में गुंजता था और प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड में इनके छात्रों द्वारा प्रदर्शित पिरामीड पुरस्कृत होते थे।
पुराने मध्यभारत में रतलाम के दो सिंह प्रेमसिंह, डॉ. देवी सिंह, जावरा के कैलाशनाथ काटजू, सैलाना के प्रभुदयाल गेहलोत तथा मध्यप्रदेश के गठन के बाद हिम्मत कोठारी इत्यादि प्रदेश के मंत्रीमंडल में रतलाम का प्रतिनिधित्व करते रहे।
इसी तरह रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट में वर्तमान में कांग्रेसनीत संप्रग सरकार में कांतिलाल भूरिया राज्यमंत्री हैं, तो जावरा-उज्जैन लोकसभा सीट से पूर्व में डॉ. कैलाशनाथ केन्द्र के गृहमंत्री रहे हैं।
पण रतलाम का पांवणा(जमाई/दामाद) भी कणीं से कम कोनी। श्री अर्जुनसिंह जी रतलाम का पांवणा वेता मध्यप्रदेश का शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और केन्द्र में कई विभागां रां मंत्री बणिया और हाल में कांग्रेसनीत संपग्र सरकार में वरिष्ठïक्रम में तीसरा नंबर पर हैं व केन्द्रीय मानव संशाधन तथा विकास मंत्री हैं।
इसी तरह रतलाम सज्जनमिल स्कूल तथा माणक चौक मा.वि. के छात्र बुनियादी प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रथम सत्र 1941-62 में छात्र परिषद के मुख्यमंत्री, अशोक प्रा.वि. के शिक्षक के शिक्षक और बाद में डिप्टी कलेक्टर संवर्ग में डिप्टी कमिश्नर (राजस्व) संभाग उज्जैन से सेवानिवृत्त मुझ ताराचंद आकोदया का पांवणा(जमाई सा.) कमलसिंह लोदी ने कांग्रेस प्रत्याशी का रूप में राजस्थान विधानसभा चुनाव 2008 में राजस्थान का टोंक जिला की निवाई विधानसभा से अपणा सामने 11 प्रतिद्वंद्वियां ने परास्त किया व 40105 मत प्राप्त करके अपना निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा का सतीश चंदेल ने 2438 मतां से पराजित किया। प्रथम प्रयास में ही विजय श्री का वरण किया।
कमल सिंह लोदी गत वर्ष टोंक जिला अभिभाषक संघ का अध्यक्ष था। आपकी पत्नी अर्थात रलाम की बेटी वासंती लोदी टोंग नगर परिषद की पार्षद हैं। रतलाम को पावणों राजस्थान विधानसभा में जित्यों।
धन्य हो रतलाम और धन्य हो रतलाम का पांवणा।
(लेखक पूर्व डिप्टी कमिश्नर, उज्जैन संभाग है. )
रतलाम ऐतिहासिक नगर है, जिसमें कई महान विभूतियों ने जन्म लेकर रतलाम का नाम रोशन किया है। महात्मा गांधी ने रतलाम को सर्वाधिक शांति-प्रिय नगर कहा था।
रतलाम के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. (स्व.) राव देश के प्रथम राष्टï्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की चिकित्सा हेतु बुलाए जाते थे और डॉ. निशिकीकांत शर्मा अपनी उदार तथा समर्पित सेवा भावना हेतु प्रसिद्घ रहे।
रतलाम की चार चीजें देश-विदेश में प्रसिद्घ हैं। वो हैं, रतलामी नमकीन सेव, तराजू, लच्छा और बालम ककड़ी।
रतलाम सज्जन मिल्स स्कूल के शिक्षक कृष्णराव टाटके की अनुशासनप्रियता का डंका पूरे जिले में गुंजता था और प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड में इनके छात्रों द्वारा प्रदर्शित पिरामीड पुरस्कृत होते थे।
पुराने मध्यभारत में रतलाम के दो सिंह प्रेमसिंह, डॉ. देवी सिंह, जावरा के कैलाशनाथ काटजू, सैलाना के प्रभुदयाल गेहलोत तथा मध्यप्रदेश के गठन के बाद हिम्मत कोठारी इत्यादि प्रदेश के मंत्रीमंडल में रतलाम का प्रतिनिधित्व करते रहे।
इसी तरह रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट में वर्तमान में कांग्रेसनीत संप्रग सरकार में कांतिलाल भूरिया राज्यमंत्री हैं, तो जावरा-उज्जैन लोकसभा सीट से पूर्व में डॉ. कैलाशनाथ केन्द्र के गृहमंत्री रहे हैं।
पण रतलाम का पांवणा(जमाई/दामाद) भी कणीं से कम कोनी। श्री अर्जुनसिंह जी रतलाम का पांवणा वेता मध्यप्रदेश का शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और केन्द्र में कई विभागां रां मंत्री बणिया और हाल में कांग्रेसनीत संपग्र सरकार में वरिष्ठïक्रम में तीसरा नंबर पर हैं व केन्द्रीय मानव संशाधन तथा विकास मंत्री हैं।
इसी तरह रतलाम सज्जनमिल स्कूल तथा माणक चौक मा.वि. के छात्र बुनियादी प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रथम सत्र 1941-62 में छात्र परिषद के मुख्यमंत्री, अशोक प्रा.वि. के शिक्षक के शिक्षक और बाद में डिप्टी कलेक्टर संवर्ग में डिप्टी कमिश्नर (राजस्व) संभाग उज्जैन से सेवानिवृत्त मुझ ताराचंद आकोदया का पांवणा(जमाई सा.) कमलसिंह लोदी ने कांग्रेस प्रत्याशी का रूप में राजस्थान विधानसभा चुनाव 2008 में राजस्थान का टोंक जिला की निवाई विधानसभा से अपणा सामने 11 प्रतिद्वंद्वियां ने परास्त किया व 40105 मत प्राप्त करके अपना निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा का सतीश चंदेल ने 2438 मतां से पराजित किया। प्रथम प्रयास में ही विजय श्री का वरण किया।
कमल सिंह लोदी गत वर्ष टोंक जिला अभिभाषक संघ का अध्यक्ष था। आपकी पत्नी अर्थात रलाम की बेटी वासंती लोदी टोंग नगर परिषद की पार्षद हैं। रतलाम को पावणों राजस्थान विधानसभा में जित्यों।
धन्य हो रतलाम और धन्य हो रतलाम का पांवणा।
(लेखक पूर्व डिप्टी कमिश्नर, उज्जैन संभाग है. )
Comments
बधाई हो रतलाम वासियों को !